आदर्श ग्राम पीपराडीह में श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन ध्रुव चरित्र व सती प्रसंग सुन भावविभोर हुए श्रद्धालु​

आदर्श ग्राम पीपराडीह में श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन ध्रुव चरित्र व सती प्रसंग सुन भावविभोर हुए श्रद्धालु​

रजौन,बांका :- ​प्रखंड के धौनी-बामदेव पंचायत अंतर्गत आदर्श ग्राम पीपराडीह में विगत सोमवार से आयोजित संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ के आयोजन से पिपराडीह सहित आसपास का माहौल काफी भक्तिमय हो गया है। कथा श्रवण को लेकर यहां आसापास सहित दूर-दराज के ग्रामीण इलाकों से काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंच कर भक्ति ज्ञान की गंगा में डुबकी लगा रहे हैं। बता दें कि आगामी 28 दिसंबर (सोमवार) तक आयोजित होने वाले इस श्रीमद्भागवत कथा के मुख्य यजमान आरएसजे चौधरी कॉलेज धौनी के प्राचार्य डॉ. अमरेंद्र कुमार चौधरी एवं उनकी धर्मपत्नी अर्पणा कुमारी को बनाया गया है, जबकि कथाव्यास के रूप में वृंदावन धाम से देवी ऊष्मा किशोरी जी एवं भजन गायक के रूप में प्रदीप ब्रजवासी का आगमन हुआ है। कथा के तीसरे दिन व्यास पीठ से कथावाचिका देवी ऊष्मा किशोरी जी ने शिव-सती प्रसंग, ध्रुव चरित्र, शिव-पार्वती विवाह सहित अन्य कथा-प्रसंगों का मार्मिक वर्णन किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार भक्त ध्रुव ने अपनी अटल भक्ति से भगवान को प्राप्त किया। कथा व्यास ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि ईश्वर न तो धन से मिलते हैं और न ही बल से, वे केवल सच्चे प्रेम और भाव के भूखे हैं। उन्होंने सती चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान शिव विश्वास के प्रतीक हैं और माता सती श्रद्धा की। जब जीवन में विश्वास और श्रद्धा का मिलन होता है, तभी कल्याण संभव है। ध्रुव चरित्र के माध्यम से उन्होंने संदेश दिया कि यदि लक्ष्य के प्रति अडिग विश्वास और दृढ़ संकल्प हो, तो छोटे से छोटा बालक भी भगवान को पा सकता है। कथा के दौरान भजनों की धुन पर श्रद्धालु झूमते नजर आए। आरती के बाद सभी श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। आयोजकों ने बताया कि ठंड व शीतलहर को ध्यान में रखते हुए बुधवार से यहां केवल एक सत्र में दिन के 12 बजे से शाम 5 बजे तक कथा कराने का निर्णय लिया गया है, गुरुवार को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव प्रसंग का आयोजन होगा। वहीं इस धार्मिक आयोजन को सफल बनाने में आयोजन समिति के सदस्यों के साथ-साथ समस्त ग्रामवासी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।

रिपोर्ट:- केआर राव 

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