मानव श्रृंखला निर्माण को सफल बनाने के लिए मिशन मोड में करें कार्य: सचिव।

मानव श्रृंखला निर्माण को सफल बनाने के लिए मिशन मोड में करें कार्य: सचिव।


बेतिया। प्रभारी सचिव ने मानव श्रृंखला निर्माण से संबंधित तैयारियों का लिया जायजा। मिशन मोड में कार्य कर 19 जनवरी 2020 को आयोजित होने वाले राज्य व्यापी मानव श्रृंखला को सफल बनाना है। यह मानव श्रृंखला जल-जीवन-हरियाली, मद्य निषेध, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन के समर्थन में पूरे राज्य में बनाया जायेगा। इस मानव श्रृंखला में सभी अधिकारी, कर्मी पूरी तत्परतापूर्वक अपना-अपना शत-प्रतिशत योगदान दें ताकि मानव श्रृंखला निर्माण को सफलतापूर्वक सम्पन्न किया जा सके। सचिव, जल संसाधन विभाग, बिहार-सह-प्रभारी सचिव, पश्चिम चम्पारण, संजीव हंस ने कहा कि आज का वातावरण काफी दूषित हो गया है। हमलोग अपना आधा जीवन व्यतीत कर चुकें हैं, हमें स्वयं एवं अगली पीढ़ी को स्वस्थ एवं खुशहाल रखने के लिए आवश्यक कदम उठाना होगा। इसी के मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है ताकि आने वाली पीढ़ी को नुकसान नहीं हो। वे समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित समीक्षात्मक बैठक में अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सभी अधिकारियों को कहा कि अपने-अपने विभाग के माध्यम से अपना महत्वपूर्ण योगदान मानव श्रृंखला निर्माण में दें। मानव श्रृंखला को सफल बनाने हेतु सभी लोगों की सहभागिता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही जिले के सभी जनप्रतिनिधियों तथा आमलोगों को इस हेतु जागरूक एवं प्रेरित किया जाय ताकि वे मानव श्रृंखला निर्माण में अपनी भूमिका निभा सकें। उन्होंने कहा कि मानव श्रृंखला निर्माण हेतु रूट चार्ट सहित माइक्रोप्लान ससमय पूर्ण कर लिया जाय ताकि आगे की कार्रवाई करने में सहूलितयत हो। उन्होंने कहा कि कला जत्था प्रचार-प्रसार का एक महत्वपूर्ण साधन है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु कला जत्था टीमों की संख्या को बढ़ाया जाय। उन्होंने कहा कि रैली, प्रभातफेरी, ढ़ोल पीटवाना आदि अत्यंत ही महत्वपूर्ण प्रचार-प्रसार के साधन हैं। इसका आमजनमानस पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। इसलिए इसका कारगर ढंग से क्रियान्वयन किया जाय। उन्होंने कहा कि मानव श्रृंखला के निर्माण में ऐसा प्रयास हो कि आमलोगों खासकर महिलाओं की भागीदारी शत-प्रतिशत सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने हेतु कहा। उन्होंने कहा कि मानव श्रृंखला निर्माण में छठे वर्ग से उपर के छात्र-छात्राओं को लगाना है। समीक्षा बैठक में सचिव महोदय को पाॅवर प्रजेंटेशन के माध्यम से जिले में क्रियान्वित विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की गयी। उन्हें बताया गया कि मानव श्रृंखला निर्माण हेतु वातावरण का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिए रैली, प्रभातफेरी, साइकिल रैली, मोटरसाईकिल रैली, मशाल जुलूस, कैंडल मार्च का आयोजन लगातार किया जायेगा। इसके साथ ही मेंहदी , रंगोली, पतंगबाजी, क्रिकेट, फुटबाॅल, मैराथन, निबंध, दूध पियो-नशा छोड़ों आदि प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाना है। वहीं डोर टू डोर संपर्क कार्यक्रम भी चलाया जायेगा जिसमें जीविका, आशा, विकास मित्र, शिक्षा सेवक (साक्षरता कर्मी) आदि की सहभागिता होगी। इसके अलावा हस्ताक्षर अभियान, पम्पलेट/स्टीकर का वितरण, सार्वजनिक स्थलों पर गैस वाला बड़ा बैलून का अधिष्ठापन कराकर आमलोगों को जागरूक एवं पे्रेरित किया जायेगा। सचिव महोदय द्वारा जिले में मानव श्रृंखला निर्माण के लिए की जा रही तैयारियों का सूक्ष्मता से समीक्षा किया गया। समीक्षा के उपरांत सचिव महोदय ने संतोष व्यक्त किया और कहा कि मानव श्रृंखला निर्माण का वे स्वयं राज्य स्तर पर नियमित अनुश्रवण कर रहे हैं इसलिए आप लोग भी पूरी ईमानदारी एवं तत्परतापूर्वक अपना शत-प्रतिशत योगदान दें। उप विकास आयुक्त, रवीन्द्र नाथ प्रसाद सिंह द्वारा सचिव महोदय को आश्वस्त किया गया कि सचिव महोदय द्वारा दिये गये निदेशों का अनुपालन ससमय पूर्ण कर लिया जायेगा। उप विकास आयुक्त ने सभी पदाधिकारियों को पूरी लगन के साथ इस मानव श्रृंखला निर्माण को सफल बनाने हेतु निदेश दिया। समीक्षा बैठक के पूर्व कला जत्था की टीमों को सचिव महोदय द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। कला जत्था की टीम समूचे जिले के सभी पंचायतों में जाकर नुक्कड़ नाटक, गीत-संगीत के माध्यम से आमलोगों को जल-जीवन-हरियाली, मद्य निषेध, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन के के समर्थन में आयोजित राज्यव्यापी मानव श्रृंखला के निर्माण में आमलोगों को जागरूक एवं प्रेरित करेगी। इसी परिप्रेक्ष्य में आज समाहरणालय परिसर में जिलास्तरीय पदाधिकारियों द्वारा मानव श्रृंखला निर्माण हेतु पूर्वाभ्यास भी किया गया। समीक्षा बैठक में अपर समाहर्ता, उप विकास आयुक्त, सभी प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, समाहरणालय के सभी कार्यालय प्रधान, सिविल सर्जन, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, निदेशक, डीआरडीए, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला अल्पसंख्यक पदाधिकारी, सहायक निदेशक, जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग, अधीक्षक, मद्य निषेध, जिला कृषि पदाधिकारी सहित अन्य जिलास्तरीय पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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