वरिष्ठ पत्रकार दीपक तिवारी बोले – ‘सवाल ही दिलाएंगे समाज को सही दिशा’

वरिष्ठ पत्रकार दीपक तिवारी बोले – ‘सवाल ही दिलाएंगे समाज को सही दिशा’



सागर, 09 दिसंबर 2025। वरिष्ठ साहित्यकार एवं पत्रकार स्व. उमाशंकर शुक्ल की 101वीं जयंती पर मंगलवार को तीनबत्ती स्थित सरस्वती पुस्तकालय एवं वाचनालय के स्वराज सभागार में एक गरिमामयी समारोह आयोजित हुआ। शहर के साहित्यप्रेमियों, पत्रकारों, शिक्षाविदों और बुद्धिजीवियों की उपस्थिति में शुक्ल जी की साहित्यिक विरासत, व्यक्तित्व और समाज में उनके योगदान को याद किया गया। वक्ताओं ने नई पीढ़ी को उनकी वैचारिक धरोहर से जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व सांसद लक्ष्मीनारायण यादव ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय, भोपाल के कुलपति  प्रो. वाय.एस. ठाकुर और मुख्य वक्ता के रूप में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल के पूर्व कुलपति  दीपक तिवारी उपस्थित थे।

मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार .दीपक तिवारी ने अपने ओजस्वी और स्पष्टचिंतनपूर्ण संबोधन में कहा कि समाज और व्यवस्था में सुधार तभी संभव है, जब लोग सवाल पूछने का साहस रखें। उन्होंने पुस्तकालयों को केवल ‘किताबों का भंडार’ समझने की मानसिकता पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वाचनालय ही वह शक्ति-केंद्र हैं, जो समाज को दिशा, दृष्टि और मूल्यबोध प्रदान करते हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर युवा पढ़ने से दूर हो गए तो भविष्य की राह धुंधली हो सकती है।

उन्होंने युवाओं के बीच बढ़ती बेरोज़गारी की समस्या को गंभीर चिंता का विषय बताते हुए कहा कि इस चुनौती को समझने और समाधान ढूँढने के लिए युवाओं से संवाद और सवाल दोनों अनिवार्य हैं। साथ ही उन्होंने आग्रह किया कि शुक्ल जी जैसे दिग्गज साहित्यकारों की कृतियों का पुनर्प्रकाशन आवश्यक है, ताकि उनके विचार और मूल्य समाज में जीवित रह सकें।

मुख्य अतिथि प्रो. वाय.एस. ठाकुर ने कहा कि वाचनालयों और ज्ञान-संसाधनों की कमी के कारण आज की युवा पीढ़ी साहित्य के सच्चे स्तंभों से परिचित नहीं हो पा रही है। उन्होंने समाज के विकास में पुस्तकालयों को सक्रिय सहयोग देने की अपील की।

अध्यक्षीय उद्बोधन में लक्ष्मीनारायण यादव ने स्व. उमाशंकर शुक्ल के योगदान को अमूल्य बताते हुए कहा कि शुक्ल जी ने सागर की पत्रकारिता और साहित्य जगत में विशिष्ट स्थान बनाया। उन्होंने कहा कि सागर की महान प्रतिभाओं के बारे में नई पीढ़ी को अधिक जानकारी देना समय की आवश्यकता है।

वाचनालय ट्रस्ट द्वारा कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकारों और पत्रकारों को शॉल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन वाचनालय ट्रस्ट के सचिव शुक्रदेव प्रसाद तिवारी ने किया।

इस अवसर पर डॉ. सुरेश आचार्य, डॉ. लक्ष्मी पाण्डेय, डॉ. शैलेंद्र शुक्ल सोमल, क्षिप्रा शुक्ल, गजाधर सागर, पूरन सिंह राजपूत, भोलेश्वर तिवारी, हरि चौबे, नेमि जैन सहित बड़ी संख्या में प्रतिष्ठित नागरिक एवं बुद्धिजीवी उपस्थित रहे।

समारोह पूरे समय स्व. उमाशंकर शुक्ल की वैचारिक विरासत, सामाजिक प्रतिबद्धता और साहित्यिक ऊर्जा को याद करने और उन्हें नई पीढ़ी तक पहुँचाने के संकल्प से सराबोर रहा।

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