नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस के दिन 19 दिसंबर को बिहार बन्द : प्रभुराज नारायण राव

नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस के दिन 19 दिसंबर को बिहार बन्द : प्रभुराज नारायण राव


बेतिया। नागरिकता संशोधन बिल संसद के दोनों सदनों में पास हो जाना। इस विषय पर वाम दलों का मानना है कि यह बिल पूर्णरूपेण भारतीय संविधान का उल्लंघन करता है, इसका उद्देश्य भारतीय गणतंत्र के धर्मनिरपेक्ष एवं जनतांत्रिक बुनियाद को ध्वस्त करना है । वामदलों ने नागरिकता को व्यक्ति के धर्म से जोड़कर देखने वाले इस बिल का पुरजोर विरोध किया है यह बिल देश में सांप्रदायिक विभाजन और सामाजिक ध्रुवीकरण को तीव्र करेगा । भाजपा सरकार द्वारा पूरे देश के लिए एनआरसी की घोषणा करने और फिर नागरिकता संशोधन बिल लाने का उद्देश्य भारतीय गणराज्य के धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक चरित्र को बदल कर उसे हिंदू राष्ट्र बनाना है। जिसका सर्वाधिक नुकसान देश की गरीब व बंचित तबके का होना है । 19 दिसंबर वह तारीख है जिस दिन आजादी की लड़ाई के तीन योद्धा राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान और रोशन सिंह को अंग्रेजी हुकूमत द्वारा फांसी दी गई थी ।धार्मिक भेदभाव से ऊपर आजादी की लड़ाई में कायम ऐसी एकता के बदौलत ही हमारा देश आजाद हो सका था। सी पी आई(एम)के पश्चिम चम्पारण जिला सचिव एवं राज्य सचिवमंडल सदस्य प्रभुराज नारायण राव यह सारी बातें हमारे पर्सनल व्हाट्सएप पर भेजे हैं । और कार्यकारी जिला सचिव चांदसी प्रसाद यादव ,प्रभुनाथ गुप्ता, म. हनीफ ,रामा यादव ,म. सैदुल्लाह ,विजय नाथ तिवारी ने किसान ,मजदूर ,छात्र ,नौजवान ,ब्यवसायिक वर्ग ,शिक्षण संस्थाओं ,बैंक ,विमा सहित सभी लोगों से आग्रह है किया है की वामदलों के अपील पर 19 दिसंबर को बिहार बन्द को पूर्ण सहयोग किया जाय ।

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