विश्व मृदा दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन, स्वस्थ शहरों के लिए स्वस्थ मृदा विषय पर चर्चा

विश्व मृदा दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन, स्वस्थ शहरों के लिए स्वस्थ मृदा विषय पर चर्चा

बांका :--विश्व मृदा दिवस के अवसर पर शुक्रवार को जिले के सभी प्रखंडों में मृदा संरक्षण एवं पर्यावरण संतुलन के विषय पर किसानों के बीच जागरूकता कार्यक्रम तथा मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वहीं मुख्य कार्यक्रम कृषि विज्ञान केंद्र बांका के सहायक निदेशक (रसायन) डॉ. कृष्णकांत की अध्यक्षता में कटोरिया प्रखंड के कटियारी पंचायत में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के तहत मध्य विद्यालय कधार के छात्र-छात्राओं ने मृदा स्वास्थ्य एवं प्राकृतिक खेती विषय पर चित्रकला प्रतियोगिता में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जहां छात्र-छात्राओं ने चित्रकला के माध्यम से मृदा स्वास्थ्य के प्रबंधन पर आधारित रंग-बिरंगी चित्रों के माध्यम से सामाजिक संदेश देने का काम किया। इस अवसर पर जिले के विभिन्न प्रखंडों से आए छात्र-छात्राओं ने नृत्य एवं नाटक के द्वारा भी पर्यावरण एवं मृदा संरक्षण का संदेश समाज को दिया। बांका जिला मिट्टी जांच प्रयोगशाला के द्वारा सभी प्रतिभागी बच्चों को प्रमाण-पत्र एवं पुरस्कार देकर उत्साहवर्धन किया गया। वहीं सहायक निदेशक (रसायन) डॉ. कृष्णकांत ने बताया कि बांका जिले के सभी 11 प्रखंडों में शुक्रवार को यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किसानों को उनकी मिट्टी एवं उसमें उपलब्ध पोषक तत्वों की जानकारी विभिन्न माध्यमों से उपलब्ध करवाना है। उपस्थित स्थानीय किसानों को उनके खेत की मिट्टी का स्वास्थ्य जांच कर मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किया गया। इस कार्यक्रम में प्रखंड कृषि पदाधिकारी शालिनी कुमारी, आदर्श साहनी तथा वंदना कुमारी ने सक्रिय भूमिका निभाई। इस मौके पर प्रदान संस्था की सक्रिय सदस्य वागीशा कुमारी ने भी उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं किसानों को पर्यावरण सुरक्षा के प्रति जागरूक किया। वागीशा ने बताया कि उनकी संस्था प्रदान कृषि विभाग के साथ मिलकर इस इलाके में प्राकृतिक खेती के प्रति लोगों को प्रोत्साहित कर रही है। विश्व मृदा दिवस पूरे विश्व में मृदा स्वास्थ्य के संरक्षण हेतु जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न माध्यमों का उपयोग कर मनाया जाता है। इस वर्ष विश्व मृदा दिवस 2025 की थीम "स्वस्थ शहरों के लिए स्वस्थ मृदा (Healthy Soil For Healthy Cities)" है। यह विषय असंतुलित मात्रा में उपयोग किए जा रहे उर्वरक के तथा शहरीकरण के नकारात्मक प्रभावों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देता है। सहायक निदेशक (रसायन) डॉ. कृष्ण कांत ने बताया कि जिला मिट्टी जांच प्रयोगशाला बांका जिला के किसानों को निःशुल्क उनके खेत की मिट्टी की जांच कर मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध करा रहा है। इस वर्ष कुल 6 हजार मृदा स्वास्थ्य कार्ड किसानों को वितरित किए जा चुके हैं। इसके साथ ही प्राकृतिक खेती कर रहे जिले के 1125 किसानों को उनके खेत के मिट्टी का स्वास्थ्य जांच कर मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराया जा रहा है।

रिपोर्ट :- केआर राव 

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