पंडित राजकुमार शुक्ला के घर पहुंचे प्रशांत किशोर, गांव की बदहाली देखकर सरकार पर बरसे

पंडित राजकुमार शुक्ला के घर पहुंचे प्रशांत किशोर, गांव की बदहाली देखकर सरकार पर बरसे

बेतिया। सामाज ,सत्ता ,राजनीति ,शिक्षा इत्यादि में सुधार की बात करने वाले प्रशांत किशोर आजकल 'जन सुराज' अभियान चला रहे हैं। अपने अभियान के संदर्भ में लोगों को जानकारी देने के लिए तथा बढ़िया से रूबरू होने के लिए प्रशांत किशोर के द्वारा एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया था । प्रशांत किशोर ने अपनी आपबीती सुनाई। 

कहाँ  कि आज -: 

मैं पंडित राजकुमार शुक्ला जी  के गांव गया था। पंडित राजकुमार शुक्ला जी के घर पर जाने वाली सड़क में इतने गड्ढे हैं कि  पुरी गाड़ी पर  किचड़  के  छिटे  पड़ गए । एक स्वतंत्रता सेनानी के गांव की यह दुर्दशा है ।मैंने कभी सोचा भी नहीं था। पंडित राजकुमार शुक्ला के विषय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जाना था । पंडित राजकुमार शुक्ला के नाम से संचालित महाविद्यालय अपने मैनेजमेंट में गड़बड़ी के कारण अस्त-व्यस्त स्थिति में पड़ा हुआ है ।सरकार का इस पर तनिक भी ध्यान नहीं है ।

 प्रशांत किशोर की  मीडिया सेल द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति की कुछ जानकारी हुबहू ।

*‘जन सुराज’ लोगों को ढूंढने का अभियान नहीं, साथ चलने वाले लोगों का अभियान है*

पश्चिमी चंपारण में मीडिया को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा की ‘जन सुराज’ के माध्यम से 70 हजार से ज्यादा लोगों के हमारे संपर्क में हैं । हमारी कोशिश है कि पदयात्रा से पहले सभी लोगों से मिल लिया जाए। उन्होंने आगे कहा कि जन सुराज कार्यकर्ता बनाने और मेरे पीछे चलने वाले लोगों को ढूंढने का अभियान नहीं है बल्कि यह साथ चलने वाले लोगों को ढूंढने का अभियान है। इस अभियान के माध्यम से हमारा यह प्रयास है कि बिहार के विकास के लिए सही लोग, सही सोच और सामूहिक प्रयास के मंत्र की सोच के साथ लोग आगे आएं।

 

*बिहार के विकास के लिए जितना भी समय लगेगा हम लगायेंगे।*

जन सुराज अभियान पर बात करते हुए प्रशांत किशोर ने बताया की बिहार के सर्वांगीण विकास के लिए अपने जीवन के जितने भी साल इसमें लगेंगे वह बिना संकोच लिए उतना समय लगाएंगे। जिन्हें हमारी मंशा पर शक है उनकी स्पष्टता के लिए बता दें कि जब तक बिहार में इस काम को पूरा नहीं कर लेते हम कहीं जाने वाले नहीं हैं, हम थकने वाले नहीं हैं। हमारा लक्ष्य बिहार का संपूर्ण विकास है और इस लक्ष्य को पाने के लिए हम हर संघर्ष करने की लिए तैयार हैं।


*बिहार के सभी सही लोगों की सहमति से ही बनाया जाएगा ‘जन सुराज’ दल*

प्रशांत किशोर ने जन सुराज के विचार को व्यक्त करते हुए बताया कि जन सुराज के माध्यम से वह लोगों के साथ संवाद स्थापित करना चाहते हैं। प्रशांत किशोर ने कहा, "उद्देश्य है बिहार में एक नई राजनीतिक व्यवस्था बनाना। सत्ता परिवर्तन हमारा मकसद नहीं है। अगर पदयात्रा के बाद सब लोगों की सहमति से कोई दल बनता भी है तो वो बिहार के सभी सही लोगों का दल होगा, प्रशांत किशोर का दल नहीं होगा। सब मिलकर अगर तय करेंगे तो दल बनाया जाएगा। मैं अभी लोगों से बात करने, उनकी समस्याओं को समझने में अपना पूरा वक्त लगा रहा हूं।"

*2 अक्तूबर से पश्चिम चंपारण के गांधी आश्रम से शुरू करेंगे पदयात्रा*

प्रशांत किशोर ने कहा की वह 2 अक्तूबर से पाश्चिम चंपारण के गांधी आश्रम से पदयात्रा शुरू करेंगे। इस पदयात्रा के माध्यम से वो बिहार के हर गली-गांव, शहर-कस्बों के लोगों से मुलाकात करेंगे और उनकी समस्याओं को सुनेंगे। उनसे समझेंगे कि कैसे बिहार को बेहतर बनाया जा सकता है। पदयात्रा में जब तक पूरा बिहार पैदल न चल लें तब तक वापस पटना नहीं जाएंगे, समाज में रहेंगे, समाज को समझने का प्रयास करेंगे। इसका एक ही मकसद है कि समाज को मथ कर सही लोगों को एक साथ एक मंच पर लाना।

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